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कब सहिष्णु थे आप ? - भंवर मेघवंशी की कविता

 कब सहिष्णु थे आप ? ये कविता सामाजिक कार्यकर्ता, दलित अधिकार एक्टिविस्ट और हमारे समय में जातिवाद और सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ सबसे मुखर आवाज़ों में से एक भंवर मेघवंशी की है। इसे साझा करना ज़रूरी लगा। इसलिए कर दे रहा हूं..बाकी तो क्या ही है... ................................. कौन से युग ,किस सदी , किस कालखंड में ,सहिष्णु थे आप ? देवासुर संग्राम के समय ? जब अमृत खुद चखा और विष छोड़ दिया उनके लिए , जो ना थे तुमसे सहमत. दैत्य ,दानव ,असुर ,किन्नर यक्ष ,राक्षस क्या क्या ना कहा उनको. वध ,मर्दन ,संहार क्या क्या ना किया उनका . .......................  तब थे आप सहिष्णु ? जब मर्यादा पुरुषोत्तम ने काट लिया था शम्बूक का सिर . ली थी पत्नी की चरित्र परीक्षा और फिर भी छोड़ दी गई गर्भवती सीता अकेली वन प्रांतर में . या तब ,जब द्रोण ने दक्षिणा में कटवा दिया था आदिवासी एकलव्य का अंगूठा . जुएं में दांव पर लगा दी गयी थी पांच पांच पतियों की पत्नि द्रोपदी और टुकर टुकर देखते रहे पितामह . ............... या तब थे आप सहिष्णु ? जब ब्रह्मा ने बनाये थे वर्ण  रच डाली थी ऊँच नीच भरी सृष्टि. या तब ,जब विषम...

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