प्रेस की आजादी




कल विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस था ..... ३ मई !


नही जानता हम में से कितने पत्रकारों को पता था पर फिलहाल मुझे भी कल शाम पता चला .................


काफ़ी ग्लानी हुई पर देर आयद दुरुस्त आयद। सो इस दिन कामना से कि प्रेस आजाद होगी और खासकर चीन में ! हम श्रद्धांजलि देते हैं दुनिया भर में इस वर्ष शहीद हुए पत्रकार भाइयो को और दिया जलाते हैं उम्मीद का कि हम पथभ्रष्ट न हो ,


लड़ते रहे ................. दुनिया में हम पर कितने ज़ुल्म हो या कितनी ही ज्यादतिया .................


हम लड़ने को मरने को तैयार हैं


............ इन्केलाब जिन्दाबाद



हम होंगे कामयाब एक दिन


होगी क्रांति चारो ओर एक दिन



कलम चले तो जिगर खुश भी हो और छलनी भी


कलम रुके तो निजाम ऐ ज़िन्दगी भी रुक जाये


कलम उठे तो उठे सर तमाम दुनिया का


कलम झुके तो खुदा की नज़र भी झुक जाए


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